रायपुर| राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग द्वारा प्रदेश के चौक चौराहों पर बाल भिक्षावृत्ति रोकने और इसमें लिप्त बच्चों के पुनर्वास के लिए मुहिम चलाई जाएगी। इस संबंध में आयोग की अध्यक्ष श्रीमती प्रभा दुबे ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पुलिस विभाग, सभी जिलों के विशेष किशोर पुलिस इकाई, बाल कल्याण समिति, बाल संरक्षण इकाई व महिला बाल विकास के अधिकारियों से चर्चा की और कार्यवाही के लिए मार्गदर्शन व निर्देश दिए ।
श्रीमती दुबे ने बच्चों से संबंधित विभिन्न मामलों की समीक्षा करते हुए कहा कि बच्चों से भिक्षावृत्ति कराने के मामलों का बढ़ना चिंताजनक है। इस हेतु समेकित बाल संरक्षण इकाई, बाल कल्याण समिति, पुलिस प्रशासन, चाइल्ड हेल्प लाइन, श्रम विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग को चौक-चौराहों का चिन्हांकन कर विशेष कार्ययोजना बनानी होगी। इसके साथ भिक्षावृत्ति में लिप्त बच्चों के पुनर्वास की व्यवस्था करते हुए उन्हें मुख्य धारा में लाना होगा। उन्होंने कहा कि इस संबंध में की गई कार्यवाही को प्रमुखता से आम जनता तक पहुंचाएं। बाल भिक्षावृत्ति रोकने में बाल अधिकार संरक्षण आयोग भी उपस्थित रहेगा और हर प्रकार से सहायता करेगा। श्रीमती दुबे ने पोक्सो एक्ट के तहत प्रकरणों में की गई कार्यवाही और राहत, चिकित्सकीय सहायता व मुआवजा राशि देने तथा अन्य बिंदुओं पर भी समीक्षा की। कॉन्फ्रेंसिंग में पुलिस मुख्यालय से एआईजी सुश्री मिलिना कुर्रे, आयोग के सचिव प्रतीक खरे, सभी जिलों के विशेष किशोर पुलिस इकाई के प्रभारी, बाल कल्याण समिति ,बाल संरक्षण इकाई व महिला बाल विकास के अधिकारी शामिल हुए।