
कोरबा । कुसमुंडा खदान में नियोजित ठेका कंपनी में कार्यरत एक मजदूर बाइक समेत पानी निकासी के बने नाला में गिर गया। काफी समय तक पानी में डूबे रहने की वजह से उसकी मौत हो गई। राहगीरों ने उसे निकाल कर अस्पताल पहुंचाया, जहां डाक्टरों ने परीक्षण के बाद मृत घोषित कर दिया। नाराज सहकर्मियों ने काम बंद कर हड़ताल कर दी। बाद में प्रबंधन द्वारा समझाइश देने व 3.5 लाख रूपये मुआवजा के साथ ही पत्नी को नौकरी देने के आश्वासन पर मामला शांत हुआ।साउथ ईस्टर्न कोलफिल्डस लिमिटेड एसईसीएल की कुसमुंडा खदान में कोयला डिस्पैच में नियोजित ठेका कंपनी पीआइआरएल के अधीन बरमपुर निवासी सोनू यादव 32 वर्ष ट्रक चालक था।
बताया जा रहा है कि सोमवार रात द्वितीय पाली की ड्यूटी खत्म कर बाइक से घर लौट रहा था। इसी दौरान नए ईएंडएम आफिस के पास पानी निकासी के लिए बनाए गए नाले में अनियंत्रित होकर वह बाइक समेत जा गिरा और काफी देर तक डूबा रहा। राहगीरों की नजर पडऩे पर उसे बाहर निकला और एसईसीएल अस्पताल लेकर पहुंचे। वहां डक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।मंगलवार की सुबह पुलिस पंचनामा कार्रवाई करने एसईसीएल के विभागीय अस्पताल पहुंची, तो स्वजनों ने मुआवजा और नौकरी की मांग को लेकर पोस्टमार्टम कराने से इंकार कर दिया। साथ ही कुसमुंडा खदान पहुंच गए। सह.ठेका कर्मियों को जब जानकारी हुई तो उन्होंने काम बंद कर दिया और हड़ताल पर चले गए। सूचना मिलने पर पुलिस लोगों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन कई घंटे तक प्रदर्शन चलता रहा। एसईसीएल के अफसर पहुंचे और वार्ता कर मुआवजा व नौकरी देने का आश्वासन देकर आंदोलन खत्म कराया।