फसल चक्र परिवर्तन अभियान के तहत् जिले में आयोजित किया जा रहा कार्यक्रम

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धमतरी | फ़सल चक्र परिवर्तन अभियान एवं ग्रीष्मकालीन धान के बदले दलहन तिलहन उत्पादन को बढ़ावा देने जिले में कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। इसी कड़ी में आज मगरलोड विकासखंड के ग्राम नारधा में कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस दौरान जल एवं पर्यावरण संरक्षण के मद्देनजर ग्रीष्मकालीन दलहन एवं तिलहन और नगदी फ़सल लेने ग्रामीणों को प्रेरित किया गया।

इस अवसर पर सरपंच श्री गवेंद्र साहू ने कहा कि जल का संरक्षण हम सभी की जिम्मेदारी है, इसलिए रबी में दलहन और तिलहन फ़सल ही लेना है, इसके लिए पूरे गांव की सहभागिता आवश्यक है।वहीं अधिकारियों ने कहा कि फ़सल चक्र परिवर्तन से जमीन की उर्वरता बनी रहती है, वहीं धान की बजाय दलहन, तिलहन और नगदी फ़सल में अमदानी भी अधिक है। उन्होंने कहा कि रसायनिक खाद की बजाय जैविक खाद का उपयोग करें और कीटनाशक के लिए गो मूत्र का उपयोग किया जाय। उन्होंने भविष्य में पानी की कमी को दूर करने फ़सल चक्र अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया। गौरतलब है कि कलेक्टर सुश्री नम्रता गांधी के मार्गदर्शन में जिले में जल एवं पर्यावरण संरक्षण की दिशा में अनेक कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में आगामी रबी सीजन में धान के बदले दलहन तिलहन लेने के लिए जिले में फ़सल चक्र परिवर्तन अभियान चलाया जा रहा है