
धमतरी | शासन के निर्देशानुसार बीते 06 जुलाई को राज्य मे खुलें में चराई कर रहें पशुओं के नियंत्रण एवं खरीफ फसलों की सुरक्षा के उद्देश्य से प्रदेशव्यापी ’रोका-छेका’ अभियान की शुरूआत की गयी है, जो 31 जुलाई तक क्रियान्वित किया जायेगा। रोका-छेका राज्य की पुरानी परंपरा पर आधारित है, इसके माध्यम से पशुपालक खुलें में चराई कर रहें पशुओं के नियंत्रण एवं फसलों की सुरक्षा ग्रामीण व्यवस्था के तहत करते हैं।
कलेक्टर ऋतुराज रघुवंशी निर्देश पर जिले में स्थित गौठानों एवं ग्रामों में रोका-छेका अभियान से पशुओं को नियंत्रित रखा जा रहा है, जिससे पशुओं के सड़क दुर्घटनाओं की संभावना व खेतों में खरीफ फसलों का नुकसान कम हुआ है। उपसंचालक पशु चिकित्सा सेवायें ने बताया कि पशु स्वास्थ्य की दृष्टि से विभागीय अधिकारी/कर्मचारियों द्वारा सभी गौठानों में रोका छेका अभियान अंतर्गत निःशुल्क पशु चिकित्सा शिविर का भी आयोजन किया जा रहा है। विभाग द्वारा कुल 136 शिविर आयोजित कर 5 हजार 295 पशु उपचार, 186 बधियाकरण, 96 कृत्रिम गर्भाधान, 6 हजार 82 डिवर्मिंग, 6 हजार 906 औषधि वितरण एवं 34 हजार 914 टीकाकरण कार्य किये गये है। गौठानों में सुखा चारा के साथ हरा चारा उपलब्धता हेतु चारागाह विकास का कार्य किया गया है। फसलो एवं पशुओं की सुरक्षा के लिये रोका छेका अभियान महत्वपूण साबित हो रहा है, इससे हमारी फसल और पशुधन दोनों सुरक्षित हो गये हैं। पशुधन विकास विभाग द्वारा पशुपालको से अपील की गई है, कि वे पशुओं को खुलें में चराई हेतु न छोडं़े।