
श्रद्धालुओं से पवित्र जल लाने की अपील, 5 जून को होगा आयोजन
धमतरी l गंगा दशहरा के पावन अवसर पर 5 जून 2025, गुरुवार को मां विंध्यवासिनी बिलाई माता दाई मंदिर परिसर स्थित ऐतिहासिक बावड़ी में एक महत्वपूर्ण धार्मिक आयोजन होने जा रहा है। वर्षों से मलबे में दबकर बंद पड़ी इस प्राचीन बावड़ी को मंदिर ट्रस्ट एवं श्रद्धालुओं के सहयोग से पुनः जीवंत किया जा रहा है।
मंदिर ट्रस्ट समिति द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, बावड़ी की गहराई तक खुदाई की जा चुकी है और उसमें बनी पुरानी सीढ़ियों को भी मूल स्वरूप में सुरक्षित रखते हुए सौंदर्यीकरण एवं मरम्मत का कार्य अंतिम चरण में है। यह बावड़ी न केवल स्थापत्य का प्रतीक है, बल्कि धार्मिक व सांस्कृतिक विरासत की अमूल्य धरोहर भी है।
गंगा दशहरा के दिन, गंगाजल व अन्य पवित्र जल स्रोतों का जल अर्पण कर बावड़ी के पुनः जल संचरण की पहल की जाएगी। इस मौके पर मंत्रोच्चार के साथ मां गंगा, मां विंध्यवासिनी व मां महानदी का आह्वान करते हुए बावड़ी में पवित्र जल अर्पित किया जाएगा। यह आयोजन न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि जल संरक्षण की दिशा में एक प्रेरणादायी कदम भी माना जा रहा है।
मंदिर ट्रस्ट समिति ने अंचल के समस्त श्रद्धालुओं व सनातन धर्मावलंबियों से अपील की है कि वे अपने घरों से गंगा, महानदी या अन्य पवित्र जल स्रोतों का जल लेकर आएं और इस पुनीत कार्य में सहभागी बनें। यह आयोजन प्रातः 11 बजे से सायं 5 बजे तक मंदिर परिसर में आयोजित किया जाएगा।
समिति का मानना है कि यह आयोजन न केवल आध्यात्मिक शुद्धि का अवसर है, बल्कि सामाजिक चेतना व परंपरा से जुड़ने का भी माध्यम बनेगा।
आशा है कि श्रद्धालुजन भारी संख्या में उपस्थित होकर इस ऐतिहासिक क्षण के साक्षी बनेंगे।