
धमतरी | कलेक्टर ऋतुराज रघुवंशी के निर्देशानुसार तथा अपर कलेक्टर एवं प्रभारी अधिकारी भू अभिलेख चन्द्रकांत कौशिक के मार्गदर्शन मे धमतरी जिले के वन से घोषित राजस्व ग्रामों का ऑनलाईन अभिलेख अद्यतन करने के संबंध में संबंधित पटवारियो, डाटा एंट्री आपरेटरों को आयुक्त भू अभिलेख शाखा रायपुर से सहायक प्रोग्रामर श्रीमती नम्रता पांडे नांदुरकर एवं राजस्व निरीक्षक धमतरी भू अभिलेख दीपचंद भारती द्वारा ऑनलाईन प्रशिक्षण दिया गया। ज्ञात हो कि जिले के 109 वन से घोषित राजस्व ग्रामों मे से 87 ग्रामों तथा सिंचाई ग्राम से घोषित राजस्व ग्राम माड़मसिल्ली का राजस्व सर्वेक्षण प्रक्रियाधीन है तथा 88 ग्रामों का सर्वेक्षण पूर्ण किया जा चुका। इसके साथ ही 31 ग्रामो के राजस्व अभिलेखों को भुंईया और भू-नक्शा सॉफ्टवेयर मे अपलोड कर डेटा एंट्री हल्का पटवारियो के माध्यम से किया जा रहा है।
ऑनलाईन डेटा प्रविष्टि के दौरान आने वाली तकनीकी समस्याओं के निराकरण हेतु आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई। वनग्रामों के भू अभिलेखों का कम्पंयूटरीकृत शासन की महत्वाकांक्षी योजना है। कलेक्टर रघुवंशी द्वारा प्राथमिकता के साथ इसका निराकरण करने के लिए जिला स्तरीय सर्वेक्षण दल का गठन किया गया है। बैठक में बताया गया है कि 26 ग्रामों का अभिलेख निर्माण जारी है। माड़मसिल्ली का सर्वेक्षण पूर्ण होकर अभिलेख निर्माण किया जा चुका। सॉफ्टवेयर मे अपलोड करने की कार्यवाही जारी है। आने वाले माह के पूर्व तक उक्त ग्रामों के अभिलेखों का ऑनलाईन अद्यतीकरण करने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि उन ग्रामों के किसानों को राजस्व ग्रामों की तरह ऑनलाईन खसरा-नक्शा मिल सके। शासन की फ्लेैगशिप योजनाओं का जिले मंे क्रियान्वयन करने कलेक्टर श्री रघुवंशी कृत संकल्पित है। वर्षाकाल मे भी सर्वेक्षण कार्य को जारी रखने हेतु जिले के सहायक अधीक्षक भू अभिलेख, राजस्व निरीक्षकों की 18 सदस्यीय सर्वेक्षण दल का गठन किया गया। ये दल वनांचल नगरी तहसील के वन से घोषित राजस्व ग्रामों में स्थित एक-एक खसरे में जाकर भौतिक सत्यापन करेंगे।