आपातकाल के दौरान लोकतंत्र के चारों स्तंभ हुए धाराशायी – दयालदास बघेल

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25 जून आपातकाल के 50 साल पर काला दिवस मनायेगी भाजपा

धमतरी | 25 जून 1975 को देश पर थोपे गए आपातकाल की 50 वीं बरसी पर मीडिया से चर्चा करते हुए केबिनेट मंत्री दयालदास बघेल ने आपातकाल को आजाद भारत के इतिहास में अहंकार और सत्ता के दुरुपयोग का सबसे घिनौना खेल बताया। उन्होंने कहा कि तत्कालीन प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्रीमती इंदिरा गांधी को चुनाव में शासकीय मशीनरी के दुरुपयोग और कदाचरण का दोषी मानते हुए माननीय उच्च न्यायालय ने उनकी संसद सदस्यता को अवैध घोषित किया। अपनी कुर्सी जाने के डर से तथा सत्ता के अहंकार में आकर श्रीमती इंदिरा गांधी ने तत्कालीन राष्ट्रपति पर दबाव डाल कर आधी रात को जबरन देश में आपातकाल लगा दिया। 25 जून 1975 को एक रेडियो संदेश के माध्यम से आंतरिक अशांति का बहाना बनाते हुए श्रीमती इंदिरा गांधी ने आपातकाल की घोषणा की। 25 और 26 जून की मध्यरात्रि को विपक्ष के तमाम बड़े नेता जैसे जय प्रकाश नारायण, अटल बिहारी बाजपेई, लाल कृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, राजनाथ सिंह, जॉर्ज फर्नांडिस को उनके घरों से उठा कर जेल में डाल दिया गया। सभी बड़े मीडिया हाऊस को बंधक बना लिया गया। लाखों लोग जेल में ठूंस दिए गए। लोकतंत्र के चारों स्तंभ धाराशायी कर दिए गए। लगभग 21 महीनों तक देश के नागरिकों के मौलिक अधिकार निलंबित रखे गए। अनेक संविधान संशोधन भी इसी आपातकाल की अवधि में संसदीय प्रक्रियाओं का पालन किए बगैर कर दिए गए। यहां तक कि संविधान की प्रस्तावना तक को बदल दिया गया। सांसद का कार्यकाल 5 वर्ष से बढ़ाकर 6 वर्ष कर दिया गया। बड़े बड़े अखबारों की बिजली काट दी गई, प्रेस पर सेंसरशिप लगाई गई। पत्रकारों को जेल में डाल दिया गया। आपातकाल के दौरान 38 वां, 39 वां एवं 42 वां क्रूर संशोधन किया गया। कांग्रेस सरकार ने कहा कि आपातकाल के दौरान यदि किसी नागरिक को गोली भी मार दी जाये तो उसे अदालत जाने का अधिकार नहीं होगा। देश में बड़ी बेशर्मी से “इंदिरा इज इंडिया और इंडिया इज इंदिरा” के नारे कांग्रेस के लोग लगाने लगे। आर एस एस, जनसंघ, एबीवीपी जैसे संगठन को प्रतिबंधित कर दिया गया। जिस प्रकार संविधान की धज्जियां आपातकाल के दौरान उड़ाई गई, किसी लोकतांत्रिक देश में इसकी कल्पना तक नहीं की जा सकती। उन्हीं के वंशज आज संविधान की पुस्तिका जेब में लेकर घूम रहे हैं और संविधान बचाओ के नारे लगाते फिर रहे हैं। देश की जनता ने संविधान और लोकतंत्र को बचाने के लिए और भारत का खोया हुआ स्वाभिमान वापस लाने के लिए ही कांग्रेस को सत्ता से बेदखल किया है। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत का अमृतकाल चल रहा है। भारत विश्व की चौथी अर्थव्यवस्था बन चुका है। आज का भारत सुरक्षित और सशक्त भारत है। रोटी, कपड़ा, मकान, बिजली, सड़क, पानी, शिक्षा, स्वास्थ्य जैसी मूलभूत सुविधाएं देश के सभी 140 करोड़ नागरिकों को मिल रही है। श्री बघेल ने बताया कि भाजपा देश भर आपातकाल की 50 वीं बरसी पर गोष्ठियों का आयोजन कर रही है। मीसाबंदियों तथा उनके परिजनों का सम्मान का कार्यक्रम पार्टी द्वारा रखा गया है। स्कूल, कॉलेज के विद्यार्थीयों को इस काले अध्याय के विषय में बता कर कांग्रेस का असली चेहरा नयी पीढ़ी के समक्ष रखने का कार्यक्रम भी बनाया गया है। इसी तारतम्य में 25 जून बुधवार को भाजपा कार्यालय में जिला स्तरीय सेमिनार आयोजित किया गया है, जिसमें वक्ता के रूप में प्रमुख रूप से विधायक अजय चंद्राकर एवं मंत्री टंकराम वर्मा उपस्थित रहेंगे। प्रेस वार्ता में महापौर रामू रोहरा, पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष नेहरू निषाद, जिलाध्यक्ष प्रकाश बैस, पूर्व विधायक इंदर चोपड़ा, रंजना साहू, पूर्व जिलाध्यक्ष शशि पवार, कार्यक्रम के जिला संयोजक कविंद्र जैन, महेंद्र पंडित, अविनाश दुबे, रोहिताश मिश्रा, विजय साहू, मीडिया प्रभारी विनोद पांडे एवं अन्य प्रमुख कार्यकर्ता उपस्थित थे।